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Sep 29, 2010

कमल विहार में गरीबों के लिए 5 नहीं 15 प्रतिशत विकसित भूखंड भवन निर्माण कर दिया जाएगा – श्री कटारिया



क्रिकेटर कपिलदेव ने भी सराहा कमल विहार को
रायपुर 29 सितंबर 2010, रायपुर विकास प्राधिकरण ने कहा है कि कमल विहार योजना में गरीबों को 5 नहीं 15 प्रतिशत विकसित भूखंड तथा भूखंडों में भवन निर्माण कर दिया जाएगा जो लगभग 56 एकड़ (32.15 हेक्टेयर) होता है. कुछ स्वार्थी तत्व और भूमाफिया गलत ढंग से व्याख्या कर आम जनता में भ्रम फैला रहे हैं. ऐसे लोग कमल विहार योजना को मिल रही भारी सफलता से बखौला गए और अब वे गरीबों के नाम पर योजना का दुष्प्रचार कर रहे हैं.
प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अमित कटारिया ने कहा है कि नियमों के अनुसार गरीबों को योजना में उपलब्ध विकसित आवासीय भूमि का 15 फीसदी या पन्द्रह प्रतिशत क्षेत्र के चौथाई हिस्सें में भवन निर्माण कर दिए जाने का प्रावधान है. छत्तीसगढ़ शासन और रायपुर विकास प्राधिकरण ने गरीबों के लिए बेहतर विकल्प चुनते हुए उन्हें 15 प्रतिशत आवासीय भूखंडों में भवन का निर्माण कर देने का निर्णय लिया है. श्री कटारिया ने बताया कि योजना का कुल क्षेत्रफल अर्थात स्कीम एरिया 647.84 हेक्टेयर है. इसमें आमोद-प्रमोद हेतु क्षेत्रीय उद्यान व नगर उद्यान, तालाब का क्षेत्र, श्मशान भूमि का क्षेत्र, सड़कों का क्षेत्र, आरडीपी की सड़के अर्थात मास्टर प्लॉन में प्रस्तावित की सड़कें, टीडीएस सड़क अर्थात कमल विहार योजना की प्रस्तावित सड़के, व्यावसायिक भूमि यथा सीबीडी, व्यावसायिक पट्टी, योजना में पूर्व से अनुमोदित अभिन्यास का क्षेत्र शामिल है. फलस्वरुप कुल 213.42 हेक्टेयर विकसित आवासीय भूमि उपलब्ध हो रही है.
प्राधिकरण ने कहा है कि कमल विहार योजना का विरोध कर रहे लोग योजना के कुल क्षेत्रफल अर्थात 647.84 हेक्टेयर का 15 प्रतिशत के आधार पर गणना कर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि यह गणना योजना में उपलब्ध कुल उपलब्ध विकसित आवासीय भूमि 213.42 हेक्टेयर से किया जाना चाहिए. कमल विहार योजना में उपलब्ध 213.42 एकड़ की आवासीय भूमि का 15 प्रतिशत 32.013 हेक्टेयर होता है किन्तु प्राधिकरण ने गणना से कुछ अधिक भूमि अर्थात 32.15 हेक्टेयर अर्थात 56 एकड़ भूमि का प्रावधान गरीबों के लिए किया है जिसमें भवनों का निर्माण कर आवंटन किया जाएगा.
श्री कटारिया ने कहा कि प्राधिकरण प्रारंभ से ही अपनी योजनाओं में भवन निर्माण कर नागरिकों को आवासीय मकान उपलब्ध कराता रहा है. चूंकि वर्तमान में प्राधिकरण की वित्तीय स्थिति सुदृढ़ है तथा ऐसी स्थिति में प्राधिकरण चाहता तो नियमों के अनुरुप गरीबों को विकसित भूखंडो के चौथाई हिस्से मे ही मकान बना कर दे देता. किन्तु गरीबों को अधिक सुविधा देने के उद्देश्य से विकसित भूखंडों में मकान बना कर देने का निर्णय एक लोकहितकारी निर्णय है. यह कहा जा सकता है कि छत्तीसगढ़ शासन और रायपुर विकास प्राधिकरण गरीबों को नियम के आधार पर चार गुना अधिक भूमि भवन निर्माण कर देगा.
श्री कटारिया ने आगे कहा कि कमल विहार को मिल रही खासी लोकप्रियता से लग रहा है कि लोग राजधानी में बरसों से ऐसी योजना की प्रतीक्षा में थे. उन्होंने कहा कि सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया से 5 सौ करोड़ रुपए के ऋण की स्वीकृति मिलने के बाद हम योजना में शीघ्र काम शुरु करने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि योजना में जो भूस्वामी भूखंड के लिए सहमति दे रहें है उन्हें पूर्ण विकसित भूखंड दिया जाएगा और जो मुआवाजा चाहते हैं उन्हे कलेक्टर दर पर मुआवाजा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्राधिकरण नगर विकास की ऐसी 7 और योजनाओं पर कार्य कर रहा है. शहर के नियोजित विकास की अवधारणा वाली ऐसी योजनाओं के क्रियान्वयन से राजधानी रायपुर का स्वरुप ही बदल जाएगा.    

      क्रिकेटर कपिलदेव ने भी सराहा कमल विहार को
पिछले दिनों रायपुर आए प्रसिध्द क्रिकेटर कपिलदेव ने भी रायपुर विकास प्राधिकरण की कमल विहार योजना की सरहाना की थी. छत्तीसगढ़ क्रिकेट एसोसियेशन के सचिव राजेश दवे और छत्तीसगढ़ लॉन टेनिस एसोसियेशन के सचिव गुरुचरण सिंह होरा रायपुर प्रवास के दौरान कपिलदेव को नया रायपुर में बना अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम दिखाने ले गए थे. कपिलदेव को नई राजधानी, पुरखौती मुक्तांगन दिखाया गया. लौटते समय उन्हे रायपुर विकास प्राधिकरण की कमल विहार योजना की जानकारी देते हुए क्षेत्र भी दिखाया गया. उन्हे बताया गया कि यह छत्तीसगढ़ राज्य में जनभागीदारी की सबसे पहली और बड़ी आवासीय योजना है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कपिलदेव नें कहा कि ऐसी अच्छी योजना बननी ही चाहिए जिससे लोग सुकून से रह सके. उन्होंने रायपुर के प्रापर्टी के रेट के बारे में पूछा और हंसते हुए कहा कि हमको को यहां एक प्लॉट दिलवा देना.   


नगर विकास योजना – 04 कमल विहार योजना में भूमि पुनर्गठन का विवरण
कमल विहार योजना में भूमि का वितरण (योजना व सेक्टर स्तर पर)
विवरण
क्षेत्रफल
(हेक्टेयर में)
योजना का कुल क्षेत्रफल
647.84
भूमि का उपयोग
(1) आमोद-प्रमोद उपयोग हेतु क्षेत्र
  () क्षेत्रीय उद्यान (बोरिया तालाब)
  () नगर उद्यान


103.98
25.43
(2) तालाब का क्षेत्र
0.83
(3) श्मशान भूमि का क्षेत्र
3.27
(4) सड़कों का क्षेत्र         
 () आरडीपी सड़क (मास्टर प्लॉन में प्रस्तावित)
 () टीडीएस सड़क (कमल विहार में प्रस्तावित)


54.12
19.50
(5) व्यावसायिक भूमि (नगर विकास योजना)
 () सीबीडी
 () व्यावसायिक पट्टी

8.02
2.31
(6) अनुमोदित अभिन्यास / वर्तमान निर्माण क्षेत्र
37.38
(7) पुनर्गठित व्यावसायिक क्षेत्र
5.83
(8) शैक्षणिक प्रयोजन क्षेत्र
  () नर्सरी स्कूल () प्राईमरी स्कूल () हाई स्कूल
5.75
(9) स्वास्थ्य प्रयोजन क्षेत्र
    () स्वास्थ्य केन्द्र (डिस्पेन्सरी, नर्सिंग होम, पॉली क्लीनिक) 
2.40
(10) जनपयोगी सुविधाएं  
(बस स्टैन्ड, फायर ब्रिगेड, विघुत सब स्टेशन पुलिस स्टेशन इत्यादि)       
0.32
(11) योजना के आंतरिक मार्ग          
94.61
(12) उद्यान खेल मैदान     
38.52
कुल आवासीय क्षेत्रफल
213.42
आर्थिक रुप से कमजोर वर्गों के लिए (EWS भूखंड)  
213.42 हेक्टेयर का 15.00 % = 32.01 हेक्टेयर                        
32.15

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