- 1834 भूस्वामियों ने लिए विकसित भूखंड -
रायपुर, 3 जून 2015,
कमल विहार योजना में वहां के 4333 भूस्वामियों ने अपनी सहमति दे कर योजना को
विकसित होने में अपनी महत्वपूर्ण सहभागिता निभाई है. कुल 4969 भूमि स्वामियों में
से 86.73 प्रतिशत ने अपनी अविकसित भूमि दे कर अब वहां विकसित भूखंड प्राप्त ले रहे
हैं. विश्वस्तरीय इस नगर विकास योजना में कई आधुनिक एवं नवीन अवधारणा की संरचना
विकसित की गई है.
रायपुर विकास प्राधिकरण के मुख्य
कार्यपालन अधिकारी श्री एम.डी. कावरे ने बताया कि 1834 भूमि स्वामियों ने कमल
विहार में विकसित फ्रीहोल्ड के भूखंड ले लिए हैं जो लगभग 42.55 प्रतिशत होता है.
योजना में 23 भूस्वामियों को उनके मांग पर मुआवजा तथा शेष की भूमि अनिवार्य भूमि
अर्जन के अंतर्गत भूमि ली जा कर मुआवजे की राशि भी भूअर्जन अधिकारी को दे दी गई
है. श्री कावरे के अनुसार योजना के भूस्वामियों से नियमित रुप से अनुबंध कर उन्हें
विकसित भूखंड दिए जा रहे हैं. अप्रैल माह में 167 भूस्वामियों के लिए विशेष कैंप
कर उनके निश्चयात्मक अनुबंध करके विकसित
भूखंड दिए गए तथा यह प्रक्रिया नियमित रुप से चल रही है.
उल्लेखनीय है देश की सबसे बड़ी नगर विकास योजनाओं
में से एक, छत्तीसगढ़ की पहली नगर विकास योजना कमल विहार में कुल
भूमि स्वामियों की संख्या 4969 है और वहां भूखंडों की संख्या 7787 हैं. लगभग 1085
करोड़ रुपए की लागत वाली कमल विहार योजना में आवासीय के अतिरिक्त व्यावसायिक, शैक्षणिक, सार्वजनिक व अर्ध्द
सार्वजनिक तथा स्वास्थ्य प्रयोजनों के भूखंडों का हर शुक्रवार को आवंटन किया जा
रहा है.