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Jul 9, 2015

^^^ आरडीए में प्रापर्टी लोन मेला आज से ^^^

- 16 बैंक व संस्थाएं शामिल होंगी -
* प्लॉट, फ्लैट्स, दुकान के लिए भी मिलेगा ऋण *
रायपुर, 09 जुलाई 2015, बैंक और वित्तदायी संस्थाओं से सीधे ऋण उपलब्ध कराने के लिए रायपुर विकास प्राधिकरण ने न्यू राजेन्द्रनगर स्थित कार्यालय परिसर में पहली बार एक वृहद प्रापर्टी लोन मेला का आयोजन किया है. मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एम. डी. कावरे के अनुसार 10 से 12 जुलाई तक तीन दिन चलने वाले इस प्रापर्टी लोन मेला में 16 बैंक व वित्तदायी संस्थाएं भाग ले रही है. मेला में प्राधिकरण की कमल विहार, इन्द्रप्रस्थ रायपुरा योजना के प्लॉट सहित कई अन्य संपत्तियों के लिए आवंटितियों को विभिन्न बैंकों से ऋण की सुविधा मिलेगी.
कमल विहार के लिए 600 करोड़ का ऋण देने वाले सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया तथा इन्द्रप्रस्थ रायपुरा योजना के लिए 78.75 करोड़ रुपए का ऋण देने वाले यूनियन बैंक ऑफ इंडिया भी इस मेला में भाग ले रहे हैं. वैसे तो कई बैंक सीधे प्लॉट के लिए ऋण देते हैं तो कई प्लॉट तथा भवन निर्माण दोनोे के लिए ऋण देते हैं. इसके अलावा अन्य संपत्तियों जिसमें व्यावसायिक परिसर व दुकानों इत्यादि के लिए बैंक व अन्य वित्तदायी संस्थाएं ऋण देने के लिए कल प्रापर्टी लोन मेला में उपलब्ध रहेंगी. ये सभी प्राधिकरण की कमल विहार, इन्द्रप्रस्थ रायपुरा योजना सहित रायपुर विकास प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं में स्थित विक्रय योग्य भूखंड, फ्लैट्स दुकानों इत्यादि के लिए भी ऋण देने की जानकारी देंगे.
सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी बैंक, ऐक्सिस बैंक, इलाहाबाद बैंक, कैनरा बैंक, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक, विजया बैंक, आईसीआईसी बैंक, एलआईसी होम फायनेंस लिमिटेड, बैंक ऑफ इंडिया, छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक मर्यादित, बैंक ऑफ इंडिया, सेन्ट बैंक होम फायनेंस लिमिटेड ने इस प्रापर्टी लोन मेला में शामिल होंगे. इन बैंकों के प्रतिनिधियों ने आज से अपनी तैयारी शुरु कर दी है.

ट्रांसपोर्ट नगर में 26 प्लॉट निरस्त 32 को नोटिस

रायपुर09 जुलाई 2015,  रावांभाठा ट्रांसपोर्टनगर में प्लॉट ले कर निर्माण नहीं करने वाले 26 आवंटितियों का आवंटन निरस्त करने के बाद अब आधा अधूरा निर्माण कर छोड़ देने वाले 32 आवंटितियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है. रायपुर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एम. डी. कावरे ने आज स्वयं डॉ. खूबचंद बघेल ट्रासंपोर्टनगर में सभी आधे अधूरे निर्माण कर छोड़ देने वाले 32 भूखंडों का निरीक्षण किया और सहायक राजस्व अधिकारी को निर्देश दिया कि वे सभी को नोटिस जारी करें.
रायपुर विकास प्राधिकरण व्दारा ट्रांसपोर्टनगर में जिन लोगों को भूखंडों का आवंटन किया गया था उसमें पट्टे का अनुबंध विलेख की कंड़िका – 3 में इस बात का उल्लेख है कि पट्टा निष्पादन के तिथि से एक वर्ष के भीतर भूखंड पर ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से संबंधी दुकान का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा.
चूंकि आवंटितियों ने एक वर्ष के भीतर निर्माण कार्य नहीं किया इसलिए यह कार्रवाई की जा रही है. जिन 32 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है उनमें आर. सिंग, नरेन्द्र समुद्रकर, प्रीतम दास नागवानी, अग्रसेन, सतेन्द्र गेरी, सनराईस बेरिंग एजेंसी, सुभाष अग्रवाल, अशोक दास, श्रीमती प्रिया बजाज, राजेश सखूजा, शशांक शेखर शर्मा, पवन जैन, अमित सिंह भाटिया, मनोज सिंग, विजय कुमार गुप्ता, शैलेष जायसवालराजेन्द्र दुबे
मेसर्स अभिषेक टायर, ओम ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन, के. नटराजन, राकेश शिवहरे एम. पी. बाम्बे ग्वालियर ट्रांसपोर्ट, सी. के. चौधरी मेसर्स पप्पू गुड्स ट्रांसपोर्ट, दलजीत सिंह, राजेश ट्रांसपोर्ट कंपनी, गोपाल राय, मुस्ताक अहमद, प्रकाश ट्रांसपोर्ट, अंकित पाठक, रायपुर मोटर इंजीनियरिंग वर्क्स दिनेश कुमार तमेर तथा श्रीमती मुस्कान संतवानी शामिल हैं.