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Aug 4, 2009

आरडीए ने रायपुरा में आम के 17 वृक्षों को क्रेन से दूसरे स्थान पर लगाया

रायपुर, 04 अगस्त 2009. पर्यावरण संरक्षण की दिशा में रायपुर विकास प्राधिकरण ने आज रायपुरा योजना में 17 आम के वृक्षों को आमोद प्रमोद के लिए सुरक्षित स्थान पर 80 फुट चौड़ी सड़क के किनारे स्थानांतरित किया. सड़कों तथा निर्माणाधीन डुप्लेक्स भवनों के बीच में आने के कारण इन वृक्षों को हटाना जरूरी हो गया था. यहां कुल 34 वृक्षों को स्थानांतरित किया जाएगा. प्राधिकरण की यह पहली योजना है जिसमें लगभग 12 फुट ऊंचे वृक्षों को क्रेन की मदद से जड़ सहित उठाकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर लगाया गया है.

प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री एस.एस.बजाज व मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अमित कटारिया की पहल पर वृक्षों को काटने की बजाय उसे चौड़ी सड़क के किनारे लगाने का निर्णय लिया गया था. रायपुरा में प्राधिकरण की पहली डुप्लेक्स योजना इन्द्रप्रस्थ के अन्तर्गत 302 भवनों का निर्माण किया जा रहा है. प्राधिकरण के सहायक उद्यान अधीक्षक श्री डी.पी. वर्मा ने वृक्षों को स्थानांतरित करने के संबंध में बताया कि इन्द्रप्रस्थ योजना में साढ़े 18 एकड़ क्षेत्र आमोद प्रमोद के लिए आरक्षित है. योजना के इस क्षेत्र की 80 फुट चौड़ी सड़क के किनारे स्थानांतरित किए गए आम के वृक्ष 5 साल पुराने हैं तथा इनकी ऊंचाई 10 से 12 फुट है. आम के यह वृक्ष लंगड़ा, दशहरी, बैगनफली व सुन्दरजा प्रजाति के हैं. वृक्षों के स्थानांतरण के लिए प्राधिकरण द्वारा पिछले तीन हफ्ते से तैयारी की जा रही थी. 5 फुट लंबे चौड़े और 4 फुट गहरे नए गढड़ों में वृक्षों को लगाने के बाद गोबर की डी कम्पोस्ट खाद डाली जा रही है. श्री वर्मा के अनुसार बागवानी की तकनीक के आधार पर यह कहा जा सकता है कि सभी वृक्ष पूर्ण रुप से एक माह में पोषित हो जाएगें.

उल्लेखनीय है कि प्राधिकरण की साढ़े 46 एकड़ में बन रही इस डुप्लेक्स योजना में भवनों की लागत लगभग 16.52 लाख रुपए से 30.64 लाख रुपए है. योजना में चौड़ी सड़के, उच्च स्तरीय जलागार, रेन वाटर हारवेस्टिंग, विद्युत सब स्टेशन, संपूर्ण योजना के साथ हर भवन की बाऊन्ड्रीवाल तथा आकर्षक प्रवेश द्वार का निर्माण तथा सुन्दर उद्यान का प्रावधान किया गया है.

हीरापुर के फ्लैट्स में चल रही दो दुकानें व 12 फ्लैट्स सील

रायपुर, 04 अगस्त 2009. हीरापुर के आवासीय फ्लैट्स में दुकानें खोलकर व्यवसाय करने वाले दो फ्लैट्स को आज रायपुर विकास प्राधिकरण ने सील कर दिया.बकाया राशि वसूलने गई प्राधिकरण की टीम ने जब देखा की आवासीय उपयोग के दो फ्लैट्स में खिड़की तोड़कर उसमें शटर लगा दिया गया है और उनमें एक में किराना तथा दूसरे में सब्जी की दुकान चलाई जा रही है तब उसे सील कर दिया.दुकान चलाने वाले फ्लैट्स के मालिक लक्ष्मीप्रसाद दुबे और गुरुचरण सिंह अब वहां किसी प्रकार की दुकान नहीं चला सकेगे.उल्लेखनीय है कि प्राधिकरण ने योजना में व्यावसायिक उपयोग के लिए दुकाने भी बनाई है.
बकाया वसूली अभियान के अन्तर्गत हीरापुर स्थित डॉ.श्यामाप्रसाद मुखर्जी आवास योजना के अन्तर्गत 12फ्लैट्स मालिकों द्वारा बार-बार नोटिस व मौखिक सूचना के बाद भी राशि जमा नहीं करने के कारण उनके फ्लैट्स सील किए गए.जिन व्यक्तियो के फ्लैट्स सील किए गए हैं उनमें सागर सिंग, अमानत हुसैन, आशुतोष, संतोष मिश्रा, प्रकाश कुमार, श्रीमती पूनम केसवानी, मोहम्मद फजल, श्रीमती शीला चौरसिया, सुलतान अली, शमशेर सिंह, श्रीमती बीना, शैलेश पटेल शामिल हैं. लगातार चल रहे वसूली अभियान के कारण अब बकायादार प्राधिकरण कार्यालय में आकर राशि जमा कराने लगे है.