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Jul 9, 2016

आरडीए की योजनाओं में व्यवसायियों को भूखंड, दुकानें व व्यवसायिक परिसर की जानकारी देने 11 व 12 जुलाई को दिन प्रेजेन्टेशन

आरडीए अध्यक्ष की पहल पर आमंत्रित व्यवसायियों से होगी सीधे चर्चा
 रायपुर, 09 जुलाई 2016, रायपुर शहर के व्यवसायियों को उनकी आवश्यकता के अनुरुप भूखंड, दुकानें व व्यावसायिक परिसर उपलब्ध कराने के लिए रायपुर विकास प्राधिकरण ने 11 व 12 जुलाई को कई व्यावसायिक संगठनों को चर्चा व सुझाव के लिए प्राधिकरण कार्यालय आमंत्रित किया है. प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री संजय श्रीवास्तव की पहल पर विभिन्न व्यवसायिक संगठनों को प्राधिकरण कार्यालय में उपलब्ध संपत्तियों की जानकारी एक प्रेजेन्टेशन के माध्यम से दी जाएगी. इसमें भूखंड की उपलब्धता, व्यवसाय की संभावनाएं तथा व्यवसायियों की आवश्यकता तथा उनके सुझाव पर भी विस्तृत चर्चा की जाएगी. इस अवसर पर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व्दय श्री गोवर्धन खंडेलवाल और श्री रमेश सिंह ठाकुर भी उपस्थित रहेंगे.
आरडीए के अध्यक्ष श्री श्रीवास्तव ने दो दिन पहले कई व्यवसायिक संगठनों के पदाधिकारियों को पत्र लिख कर सोमवार व मंगलवार दोपहर 12 बजे कार्यालय आमंत्रित किया है ताकि ने अपनी आवश्यक्ताएं और सुझाव दे ताकि आरडीए व्दारा इस दिशा में सकारात्मक पहल की जा सके.   
प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकरी श्री एम.डी. कावरे ने बताया कि गत दिनों प्राधिकरण संचालक मंडल ने यह निर्णय लिया था कि व्यावसायिक संपत्तियों की जानकारी व्यवसायियों की दी जाए तथा उनकी आवश्यकता और मांग के अनुसार ही विकास और निर्माण किया जाए. उसी परिपेक्ष्य में व्यवसायियो को प्राधिकरण में चर्चा व सुझाव के लिए आमंत्रित किया गया है. श्री कावरे ने बताया कि प्राधिकरण की योजनाओं में व्यावसायिक, आवासीय, शैक्षणिक, स्वास्थ्य, सार्वजनिक व अर्ध्द सार्वजनिक उपयोग के भूखंड उपलब्ध हैं. प्राधिकरण की विश्व स्तरीय अधोसंरचना वाली नगर विकास योजनाएं कमल विहार और इन्द्रप्रस्थ रायपुरा पूरी प्लॉनिंग के साथ विकसित की जा रही है. इसमें प्राधिकरण ने कई भूखंडों का विक्रय किया है. कई भूखंड काफी बड़े आकार के भी थे जिन्हें जनता की मांग पर छोटा कर विक्रय के लिए उपलब्ध कराया गया है. श्री कावरे ने आगे कहा कि प्राधिकरण की कमल विहार व इन्द्रप्रस्थ रायपुरा योजना आने वाले समय में रायपुर शहर के व्यवस्थित रुप के रुप में परिलक्षित होगी इसीलिए यहां आवास के साथ ही व्यवसाय की गतिविध्यां भी काफी बढ़ेंगी फलस्वरुप संपत्तियों की मांग भी यहां काफी अधिक होगी.