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Jul 19, 2015

कमल विहार में बारिश के पानी से रेन वाटर हार्वेस्टिंग हो – डॉ.रमन सिंह

      4 साल पहले मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरुप विकसित होता कमल विहार
रायपुर, 19 जुलाई 2015, चार साल पहले भूमिपूजन करने के बाद आज पहली बार कमल विहार पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने निरीक्षण के दौरान रायपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को सीधी सलाह दी कि वे इतने बड़े क्षेत्र में बारिश के पानी का उपयोग भूमि के रिचार्ज के लिए करें और यहां लगाए जाने वाले पौधों व उद्यानों की सिचाई के लिए शोधित जल का उपयोग करें. वे आज कमल विहार योजना के नजदीक एक निजी अस्पताल के उद्घाटन के बाद कमल विहार में हुए विकास और निर्माण का निरीक्षण करने पहुंचे थे.
आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री राजेश मूणत, नगर तथा ग्राम निवेश के संचालक श्री एस. एस बजाज, रायपुर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एम. डी. कावरे ने मुख्यमंत्री को कमल विहार योजना के स्थल पर विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि यहां हर भूखंडों तक पहुंचाई गई बुनियादी सुविधाएं यथा बिजली  टेलीफोन के केबल, पीने के पानी की पाईपनाली व बारिश के पानी के निकासी के लिए सभी पाईप लाईनें भूमि के अन्दर बिछाई गई है. यहां हर सेक्टर के भूखंड के सामने इन सभी सुविधाओं के लिए पांईट बनाए गए हैं. भूखंड स्वामियों को जब भी इनकी सुविधा लेना होगा वे इसके लिए बनाए गए पांईटों से सीधे कनेक्शन जोड़ कर तत्काल सुविधा ले सकेंगे. मुख्यमंत्री को यह भी बताया गया कि योजना में हर घर को 24 घंटे पीने का पानी उपलब्ध होगा. पीने का पानी हर घर तक एक प्रेशर के साथ पहुंचेगा यानि पहले घर से आखिरी घर तक एक समान दबाव के साथ पानी पहुंचाने के लिए आधुनिक हाईड्रोन्यूमेटिक सिस्टम का उपयोग किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने इन सारी भूमिगत सुविधाओं पर सुखद आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि जैसी की कल्पना की गई थी वैसी ही बेहतरीन सुविधाएं यहां दी गई है. उन्होंने आरडीए के अधिकारियों से कहा कि यहां के 1600 एकड़ के विशाल क्षेत्र में बारिश के पानी को प्राकृतिक नाले में बहाने की बजाय उस पानी से पूरे क्षेत्र की भूमि को रिचार्ज करें ताकि भविष्य में यहां रहने वालों को भूमिगत पानी भी आसानी से उपलब्ध हो सके. डॉ. रमन सिंह ने आगे कहा कि यहां वृहद स्तर पर पौधे लगाएं और उनकी सिंचाई के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लॉट से शोधित जल का ही उपयोग करें.
आरडीए के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि कमल विहार योजना में लगभग साढ़े 8 हजार भूखंड विकसित किए जा रहे हैं जिसमें से रायपुर विकास प्राधिकरण निर्माण कार्यों की लागत राशि के लिए 1300 भूखंडों के विक्रय कर रहा है. जिसमें से 6 सौ से ज्यादा भूखंडों का विक्रय किया जा चुका है. 1085 करोड़ रुपए की इस योजना के लिए सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया से 6 सौ करोड़ रुपए का ऋण भी लिया गया है.
कमल विहार में पहली बार उतरा हेलीकॉप्टर
मुख्यमंत्री आज राजनांदगांव के अपने दौरे के बाद हेलीकॉप्टर से सीधे कमल विहार पहुंचे थे. कमल विहार के सेन्ट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट में विशेष रुप से बनाए गए हेलीपैड में पहली बार किसी हेलीकॉप्टर की लैंडिंग हुई. मुख्यमंत्री इसके पहले भी रायपुर विकास प्राधिकरण की डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी आवास योजना रायपुरा के लोकार्पण के अवसर पर रायपुरा में हेलीकॉप्टर से ही आए थे. इससे पहले आज कमल विहार के सेक्टर 7 में मुख्यमंत्री के आगमन पर आरडीए के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एम. डी. कावरे, मुख्य अभियंता श्री जे.एस. भाटिया, निर्माण कंपनी लार्सन एंड टूब्रो के श्री पी.के. गुप्ता, पीएमसी वैपकॉस के टीम लीडर श्री संजय वर्मा ने उनका स्वागत किया.
मुख्यमंत्री ने चार पहले साल कहा था अनूठी योजना होगी कमल विहार
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने चार साल पहले 13 जून 2011 को कमल विहार का भूमिपूजन करते हुए कहा था कि कमल विहार योजना पूरे देश में एक अनूठी योजना के रुप में जानी जाएगी और यह योजना छत्तीसगढ़ के सबसे सुव्यवस्थित क्षेत्रों में से एक होगी जहां 16 सौ एकड़ क्षेत्र में बेहतर से बेहतर अधोसंरचना विकसित होगी. आज मुख्यमंत्री ने कमल विहार के निरीक्षण में यह पाया कि चार साल पहले की उनकी घोषणा के अनुरुप ही कमल विहार का विकास हो रहा है.

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