रायपुर, 19 मार्च 2010. रायपुर विकास प्राधिकरण ने कहा है कि कि मास्टर प्लान में कृषि भू-उपयोग के लिए निर्धारित भूमि पर कमल विहार योजना लागू नहीं की जाएगी. प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अमित कटारिया का कहना है कि जो लोग किसानों के नाम पर योजना का विरोध कर रहे हैं उनके पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि मास्टर प्लान में जिस जमीन का उपयोग आवासीय है उस पर योजना के अभिन्यास के अनुमोदन के बिना मकान कैसे बनेगा. अनुमोदित अभिन्यास के बिना ना तो जमीन मालिक मकान बना सकते हैं और ना ही उन्हें किसी बैंक से ऋण मिल सकता है. ऐसे में लोगों के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि कमल विहार योजना क्षेत्र में सड़क, नाली, बिजली, पानी की बुनियादी सुविधाएं कैसे उपलब्ध होगी.
रायपुर विकास प्राधिकरण राज्य शासन द्वारा शहर के नागरिकों को बेहतर आवासीय सुविधा देने के परिप्रेक्ष्य में मास्टर प्लान की टाऊन डेव्हलपमेंट स्कीम का क्रियान्वयन कर रहा है. प्राधिकरण के प्रस्ताव के अनुसार वह बुनियादी सुविधाओं से भी बेहतर अधोसंरचना विकास की सुविधा देने के लिए कार्य कर रहा है. इसके अन्तर्गत योजना क्षेत्र में एक रिंगरोड, तीन फ्लाईओवर, चौड़े मुख्य मार्ग, सीवर लाइन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, सर्विस डक्ट, विद्युत सब-स्टेशन, उद्यान, खेल मैदान, खुले क्षेत्र, नागरिक सुविधाएं यथा पुलिस स्टेशन, फायर ब्रिगेड, पोस्ट ऑफिस, बैंक, बाजार, अस्पताल, नर्सिंग होम, शैक्षणिक केंद्र, आमोद-प्रमोद, सामाजिक एवं सांस्कृतिक केंद्र जैसी सुविधाएं देने की पहल कर रहा है.
कमल विहार योजना दरअसल रायपुर शहर को गंदी बस्ती जैसे अवैध बसाहट को रोकने का प्रयास तथा राजधानी को सुव्यवस्थित रूप से विकास की ओर ले जाने की कोशिश है. मास्टर प्लान में दिए गए प्रावधान के अनुसार कमल विहार योजना क्षेत्र में प्रस्तावित आवासीय क्षेत्र में आवासीय भूखंड विकसित किए जाएंगे. वाणिज्यिक भू-उपयोग की भूमि पर व्यावसायिक दुकानें, शॉपिंग सेंटर, कार्यालय तथा अन्य नागरिक सुविधाओं के लिए उपयोग किया जाएगा. आमोद-प्रमोद के भू-उपयोग वाली भूमि पर क्रीडा स्थल, प्रदर्शनी स्थल, उद्यान तथा अन्य मनोरंजन की सुविधाओं को विकसित किया जाएगा. सार्वजनिक एवं अर्ध-सार्वजनिक भू-उपयोग की भूमि पर विभिन्न कार्यालय, अस्पताल, नर्सिंग होम, शैक्षणिक व सामाजिक प्रयोजनों के लिए उपयोग किया जाएगा.
No comments:
Post a Comment
This Blog is Blocked