7 करोड़ का बकाया वसूलने आरडीए ने की
कार्रवाई
रायपुर 23 मार्च
2015. रायपुर विकास प्राधिकरण ने आज शाम देवेन्द्रनगर स्थित छत्तीसगढ़ सिटी सेन्टर
के बेसमेंट स्थित कार्यालय को सील कर दिया. प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी
श्री महादेव कावरे ने गत सप्ताह सिटी सेन्टर का निरीक्षण कर वहां के प्रबंधक को लगभग
7 करोड़ रुपए की बकाया राशि जमा करने का निर्देश दिया था. प्राधिकरण व्दारा इस
हेतु 3 दिनों में राशि जमा करने के लिए पुनः नोटिस जारी किया था किन्तु बकाया राशि
जमा नहीं कराई गई फलस्वरुप राजस्व शाखा व्दारा तालाबंदी व सील करने की कार्रवाई की
गई.
लगभग पांच साल
पहले 10 अक्टूबर 2010 को प्रारंभ हुए छत्तीसगढ़ सिटी सेन्टर व्दारा किए गए अनुबंध
के अनुसार उन्हें हर साल 2.65 करोड़ रुपए भूभाटक की राशि प्राधिकरण को देना है.
भूभाटक की राशि जमा नहीं करने पर नियमानुसार लगातार सरचार्ज की राशि भी ली जाती
है. प्राधिकरण की राजस्व शाखा ने इस संबंध में कई बार सिटी सेन्टर के प्रबंधक को
नोटिस जारी कर व मौखिक रुप से राशि जमा करने के लिए कहा था किन्तु उनके व्दारा
लगातार नोटिसों की अवहेलना की जाती रही. फलस्वरुप आज प्राधिकरण के सहायक राजस्व
अधिकारी श्री आर.एस. दीक्षित के नेतृत्व में राजस्व शाखा ने सिटी सेन्टर के
कार्यालय के तीन कक्षों में ताला लगा कर उसे सील कर दिया. देवेन्द्रनगर में
छत्तीसगढ़ सिटी सेन्टर विकसित करने के लिए प्राधिकरण ने नागपुर की मेसर्स गुप्ता
इन्फ्ररास्ट्रक्चर को सन 2008 में रायपुर विकास प्राधिकरण व्दारा डेव्हलपर के रुप
में नियुक्त कर भूमि का आवंटन किया था. डेव्हलपर व्दारा सिटी सेन्टर मॉल का
निर्माण करने के बाद से उसका व्यावसायिक रुप से संचालन किया जा रहा है तथा इस समय यह राजधानी के सबसे लोकप्रिय मॉल के रुप में
जाना जाता है.
आरडीए के सीईओ
ने आज प्राधिकरण व्दारा पूर्व में रिडेव्हलेपमेंट प्लॉन के अन्तर्गत तैयार की गई
योजना ईएसी कॉलोनी का अवलोकन किया. इसके बाद वे देवेन्द्रनगर गए जहां उन्होंने कई
रिक्त भूखंडों की जानकारी ली और सेक्टर 5 स्थित एक भूखंड के स्वामी को साथ लगे भूखंड
पर अवैध कब्जा कर दो मंजिला भवन निर्माण करने के लिए नोटिस देने का निर्देश
अधिकारियों को दिया.
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