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Nov 5, 2014

कमल विहार की अंतिम बाधा भी दूर हुई

राज्य शासन ने 292 एकड़ शासकीय भूमि की हस्तांतरित

      रायपुर, 05 नवम्बर 2014, राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग व्दारा रायपुर विकास प्राधिकरण की कमल विहार योजना में आने वाली समस्त शासकीय भूमि हस्तांतरित कर दी है. प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अमित कटारिया ने बताया कि कमल विहार योजना टिकरापारा, बोरियाखुर्द, डुमरतराई, डूंडा तथा देवपुरी के भू-भागों पर 1600 एकड़ में विकसित की गई है. इस योजना में स्थित 291.97 एकड़ शासकीय भूमि प्राधिकरण के स्थानांतरित होने से अब कमल विहार योजना की सारी बाधाएं दूर हो गई है.
      छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने 30 अक्टूबर को जारी अपने आदेशों में टिकरापारा की 7.249 हेक्टेयर, बोरियाखुर्द की 67.367 हेक्टेयर, डुमरतराई की 6.980 हेक्टेयर, देवपुरी की 6.871 हेक्टेयर तथा डूंडा की 29.742 हेक्टेयर भूमि प्राधिकरण को ह्स्तांतरित करते हुए पानी के नीचे, तालाब, पानी के नीचे अन्य, रास्ता, घास, मरघट, शौच, खलिहान, नहर नाली इत्यादि की भूमि के आमजनों को निस्तार के अधिकार को बनाए रखते हुए भूमि का हस्तांतरण किया है. शासन के आदेश के अनुसार बोरियाखुर्द कुल 291.97 एकड़ अर्थात 118.209 हेक्टेयर भूमि अब प्राधिकरण की नगर विकास योजना 4 कमल विहार में शामिल हो गई है.

       लगभग 1085 करोड़ रुपए की लागत से विकसित हो रही कमल विहार योजना में तीव्र गति से विकास हो रहा है तथा अगले वर्ष के मध्य तक योजना का विकास पूरा कर लिया जाएगा. योजना में भूखंड आवंटन के प्रति भी लोगों ने खासी रुचि दिखाई है. लगभग साढ़े 4 सौ भूखंड का चार किश्तों में भुगतान की सुविधा के साथ आवंटन किया जा चुका है. व्यावसायिक भूखंडों में देश के कई अन्य शहरों के व्यवसायियों ने भूखंड खरीदे हैं. यही नहीं विदेशों में रह रहे 6 अप्रवासी भारतीयों ने भी यहां अपनी रुचि दिखाते हुए भूखंड क्रय किए हैं. 

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