रायपुर, 3
दिसंबर 2013, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सुनील कुमार सोनी ने कहा है कि
कमल विहार के सभी भूस्वामियों को दिए गए भूखंड पूरी तरह से फ्री होल्ड हैं उन्हें
प्राधिकरण में किसी भी प्रकार का कोई भूभाटक जमा नहीं करना होगा । किन्तु लगभग
1600 एकड़ की कमल विहार योजना में विक्रय के लिए उपलब्ध होने वाले भूखंडों को
छत्तीसगढ़ शासन के व्ययन नियमों के अनुसार पहले पट्टे पर ही दिया जा सकता है।
पट्टे पर भूखंड के विक्रय के कारण उसमें भूभाटक लागू होता है । प्राधिकरण से भूखंड
आवंटित होने के बाद भूखंड क्रय करने वाला व्यक्ति उसे तत्काल ही फ्रीहोल्ड करा
सकता है।
श्री सोनी ने कहा
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सरकार ने प्राधिकरण के आवासीय भूखंडों को
फ्रीहोल्ड की जो घोषणा की थी उसी प्रक्रिया के अन्तर्गत प्राधिकरण की कमल विहार
योजना में विक्रय किए जाने वाले सभी भूखंड निर्धारित प्रक्रिया के अन्तर्गत ही
फ्रीहोल्ड कर विक्रय किए जा रहे हैं ।
प्राधिकरण के अध्यक्ष
श्री सोनी ने बताया कि कमल विहार योजना लगभग 1600 एकड़ में विकसित की जा रही है।
इसमे विक्रय के लिए विभिन्न आकार के लगभग 11 सौ भूखंड विकसित किए जा रहे हैं जो
पूरी योजना के क्षेत्रफल का मात्र 9.2 प्रतिशत होता है । यही 9.2 प्रतिशत भूमि ही
प्राधिकरण को विक्रय के लिए उपलब्ध होगी । भूखंडों के विक्रय से उपलब्ध सारी राशि
योजना में आधुनिक अधोसंरचना के विकास में खर्च की जाएगी ।
कमल विहार योजना
जनभागीदारी के साथ विकसित की जा योजना है ऐसी पहली नगर विकास योजना है जिसमें अब
तक की सबसे बेहतर सुविधाएं और तकनीक से काम किया जा रहा है। योजना में 24 घंटे
पीने का पानी, भूमिगत जलप्रदाय, विद्युत, सीवरेज सिस्टम, संचार की सुविधाएं
उपलब्ध कराई जा रही है । देश की सबसे नामी निर्माण की कंपनी लार्सन एंड टुब्रों
कमल विहार में अधोसंरचना का विकास कार्य कर रही हैं । इसके अतिरिक्त योजना में
निम्न आय वर्ग के लिए फ्लैट्स योजना भी तैयार की गई है ।
श्री सोनी ने कहा की
कमल विहार नगर विकास की एक ऐसी योजना है जो प्राधिकरण की अब तक की बनाई गई सभी
योजनाओं से अलग है । प्राधिकरण की पहले की योजनाओं में पहले भूमि का अर्जन कर
भूस्वामियों को मुआवजा दे दिया जाता था । लेकिन कमल विहार योजना में भूस्वामियों
को उनकी भी भूमि या उसके पास उनकी भूमि के बदले 35 से 58 प्रतिशत तक का विकसित
भूखंड निःशुल्क आवंटित किया गया है। श्री सोनी ने कहा कि प्राधिकरण के पास केवल
9.2 प्रतिशत भूमि जो उपलब्ध हो रही उसको विक्रय कर जो भी राशि आएगी वह सारी राशि
योजना के विकास में उपयोग की जाएगी।
प्राधिकरण के अध्यक्ष
ने कहा कि कमल विहार योजना में लगभग 90 प्रतिशत भाग में भूस्वामियों को
ही भूखंड दिया जा रहा है । योजना में 4126 फ्लैटस भी आम आदमियों के लिए बनाए
जाएंगे जिसमें सारी सुविधाओं का लाभ मिलेगा। इसलिए यह कहना उचित नहीं होगा कि कमल
विहार योजना किसी वर्ग विशेष के लिए है ।
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